Latest Sher Shayari Hindi Me |शेर शायरी हिंदी में
मुश्किलों के दौर में हर कोई बहाने की चादर ओढ़ लेता है,
पर जो हारी हुई बाजी पलट देता है वही असली शेर होता है.
दुनिया उसी के कदमों में झुकती है,
जो पहचान छोड़ जाता है,
जैसे शेर जिस भी जगह से गुजरे
अपने निशान छोड़ जाता है.
सदाक़त हो तो दिल सीनों से खिंचने लगते हैं वाइ’ज़
हक़ीक़त ख़ुद को मनवा लेती है मानी नहीं जाती
जरूरी नही कुछ तोडने के लिये पथ्थर ही मारा जाए ।
लहजा बदल के बोलने से भी बहोत कुछ टूट जाता है ।।
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी वरना
शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता
ढल रही हैं ज़िन्दगी बुझ गई शमा परवाने की
अब वजह जीने की नहीं मिलती यहाँ
ज़नाब आपको अब भी पड़ी हैं मुस्कराने की
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना
गमों की महफिल भी कमाल की जमती है।
सीने में हड्डी नहीं, हाड़ होनी चाहिए,
मर्द की शेरो वाली दहाड़ होनी चाहिए।
नामुमकिन को मुमकिन बना दे इतने दिलेर हैं हम,
दुनिया को झुकाना आता है हमें, क्योंकि शेर हैं हम
शेर की दहाड़ वाली शायरी
तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेंगे,
शहर तुम खरीद लो पर हुकूमत हम चलायेंगे
शेर जानवर का शिकार करता है
जिसे हम पाप समझते है,
पर वो शिकार कितनों के पेट भरता है
क्या आप समझते है.
Shayari on Lion in Hindi
शेर का भी शिकार होता है,
जो जरूरत से ज्यादा होशियार होता है.
गीदड़ की जब मौत आती है
तो वह शहर की तरफ आ जाता हैं,
जब शेर दहाड़ता है
तो पूरे जंगल में सन्नाटा छा जाता हैं.
इतनी पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ
सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ
जो लोग करते हैं मुझे गिराने की कोशिश
मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ
नशा हम करते हैं
इलज़ाम शराब को दिया जाता है
मगर इल्ज़ाम शराब का नहीं उनका है
जिनका चेहरा हमें हर जाम में नज़र आता है
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते
वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया
टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते
नशा हम करते हैं
इलज़ाम शराब को दिया जाता है
मगर इल्ज़ाम शराब का नहीं उनका है
जिनका चेहरा हमें हर जाम में नज़र आता है
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते
वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया
टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते
मेरे दिल की नाज़ुक धड़कनों को,
तुमने धड़कना सिखा दिया,
जब से मिला है प्यार तेरा,
ग़म में भी मुस्कराना सिखा दिया.
तेरे खामोश होठों पर मोहब्बत गुन गुनाती है,
तू मेरी है मैं तेरा हूँ बस यही आवाज़ आती है।
अकेले हम बूँद हैं,
मिल जाएं तो सागर हैं
अकेले हम धागा हैं,
मिल जाएं तो चादर हैं
अकेले हम कागज हैं,
मिल जाए तो किताब हैं
पुछ कर देख अपने दिल से की हमे भुलना चहाता है क्या
अगर उसने हा कहा तो कसम से महोब्बत करना छोङ देगे
आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो
मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं
गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में
जहाँ किरदार हल्का हो,
कहानी डूब ही जाती है
तन्हाइयों का एक अलग ही सुरुर होता है
इसमें डर नहीं होता.किसी से बिछड जाने का
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है ,
कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है ,
पर जो हर हाल में खुश रहते हैं ,
जिंदगी उन्ही के आगे सर झुकाती है।
थोड़ा मैं ,
थोड़ी तुम,
और थोड़ी सी मोहब्बत
बस इतना काफी है,
जीने के लिये…
हदे शहर से निकली तो गाँव गाँव चली,
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली,
सफ़र जो धुप का हुआ तो तजुर्बा हुआ,
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।
मुझे अपनी वफादारी पे कोई शक नही होता
मैं खून-ए-दिल मिला देता हु जब झंडा बनाता हु
इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ
कही ऐसा ना हो जाए कही वैसा ना हो जाए
ये मंजिलें बड़ी जिद्दी होती हैं,
हासिल कहां नसीब से होती हैं।
मगर वहां तूफान भी हार जाते हैं,
जहां कश्तियां जिद्द पे होती हैं।।
तुम से मिल कर इमली मीठी लगती है….
तुम से बिछड़ कर शहद भी खारा लगता है
नशा था उनके प्यार का
जिसमें हम खो गए
उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए
Social Plugin